श्याम बाबू ‘श्याम बेनेगल’ इंडियन सिनेमा का एक बहुत बड़ा नाम है, जिसे शायद ही किसी परिचय की जरूरत है। अपने आर्टिस्टिक फिल्मों के लिए पहचाने जाने वाले श्याम बाबू की फिल्मों में एक अलग ही बात होती है।
वो एक बेहतरीन फिल्ममेकर हैं और सिनेमाप्रेमी उनकी फिल्मों को काफी पसंद करते हैं। वो कई तरह के संवेदनशील विषयों को अपने फिल्मों के जरिए दर्शकों के सामने उजागर करते हैं। तो आइये नजर डालते हैं बेनेगल की टॉप फिल्मों पर।
अंकुर
साल 1974 में आई फिल्म’अंकुर’ से श्याम बेनेगल ने डायरेक्शन के फील्ड में डेब्यू किया था। आलम ये रहा कि अपनी पहली फिल्म से उन्होंने तीन नेशनल अवार्ड अपने नाम कर लिए थे। इस फिल्म में उन्होंने सामंतवाद और यौन उत्पीड़न जैसे ज्वलनशील मुद्दों को उजागर किया।
यह फिल्म न सिर्फ बेनेगल की डायरेक्टोरियल डेब्यू थी, बल्कि एक्टर अनंत नाग और शबाना आजमी की भी पहली फिल्म थी। इसमें श्याम ने हैदराबाद में सच्ची घटना को फिल्म के तौर पर दर्शकों के सामने रखा। अगर अब तक आपने यह मास्टरपीस नहीं देखी है तो आप जियो सिनेमा पर इस फिल्म को देख सकते हैं।
मंडी
जैसा की नाम ‘मंडी’ से ही फिल्म के विषय का थोड़ा-बहुत अंदाजा तो आप लगा ही चुके होंगे। ये मूवी समाज की उन महिलाओं की कहानी जो जीवन यापन करने के लिए शरीर का सौदा करती हैं और साथ ही एक कोठे से संबंधित है। फिल्म में शबाना आजमी, स्मिता पाटिल, नसीरुद्दीन शाह मुख्य भूमिका में नजर आए थे।
वहीं, इसकी कहानी एक उर्दू शॉर्ट स्टोरी से इंस्पायर्ड थी। कैसे एक एक कोठे पर उंगली उठाते लोग ही, उसी कोठे में छुपते-छुपाते जाते हैं, समाज की इसी चेहरे को उजागर करती है यह फिल्म। श्याम बाबू की इस फिल्म को भी नेशनल अवार्ड से सम्मानित किया गया था। आप इस मूवी को प्राइम वीडियो पर देख सकते हैं।
कलयुग
व्यवसाय को लेकर दो परिवारों के बीच की दुश्मनी दिखाती फिल्म ‘कलयुग’ को ‘महाभारत’ से प्रेरित कहानी माना गया था। देखा जाए तो यह आज के मॉडर्न वक्त के महाभारत के रूप में दर्शकों के सामने रखा गया था। इस फिल्म में राज बब्बर, शशि कपूर, सुप्रिया पाठक, अनंत नाग, रेखा, कुलभूषण खरबंदा, सुषमा सेठ जैसे दिग्गज कलाकार मौजूद थे। यह श्याम बाबू की बेहतरीन फिल्मों में से एक थी।
जुबैदा
करिश्मा कपूर, मनोज बाजपेयी, रेखा जैसे दिग्गज कलाकारों से सजी फिल्म ‘जुबैदा’ भी श्याम बेनेगल की बेस्ट फिल्मों में से एक है। यह एक अलग तरह की प्रेम कहानी थी, जिसमें जुबैदा (करिश्मा कपूर ) और महाराजा विजेंद्र सिंह (मनोज बाजपेयी) को प्यार हो जाता है।
हालांकि, विजेंद्र सिंह पहले से ही महरानी मंदिरा देवी (रेखा) से शादीशुदा थे, लेकिन फिर भी वे अपने दिल को ज़ुबैदा के प्यार में पड़ने से रोक नहीं पाएं। यह कहानी जितनी साधारण लगती है उतनी है नहीं। इस कहानी में कई सारे ट्विस्ट थे जो आपको फिल्म देखने के बाद ही पता चलेगी। इस फिल्म के गाने भी काफी बेहतरीन थे। आप यह मूवी जी5 (Zee5) पर देख सकते हैं।
भूमिका
यह फिल्म एक लोकप्रिय मराठी एक्ट्रेस की कहानी दर्शकों के सामने रखती है। कैसे उसके जीवन में को पुरूष आते हैं और उसके जीवन में कई सारे बदलाव होते हैं। यह श्याम बेनेगल की बेहतरीन और प्रभावशाली फिल्मों में से एक रही है। इसमें अमोल पालेकर, स्मिता पाटिल, अनंत नाग, अमरीश पुरी नसीरुद्दीन शाह जैसे कलाकार मुख्य भूमिका में थे।
निशांत
यह कहानी है ग्रामीण भारत की है जब लोग अपने न्याय के लिए भी लड़ने से घबराते थे। कैसे ऊंचे तबके के लोग गांव के लोगों का शोषण और उत्पीड़न करते थे और वे असहाय होकर बस अत्याचार सहते चले जाते थे, कुछ यही कहानी है इस फिल्म की।
फिल्म में शबाना आज़मी, गिरीश कर्नाड, नसीरुद्दीन शाह, अनंत नाग, अमरीश पुरी, स्मिता पाटिल जैसे कलाकार थे। इस फिल्म ने काफी प्रशंसा बटोरी और इसे शिकागो अंतर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल में गोल्डन प्लाक अवॉर्ड से सम्मानित भी किया गया था।
श्याम बेनेगल की फिल्मों का स्तर काफी ऊपर रहता है और यही कारण है कि उनके फिल्मों को पसंद करने वाली एक अलग कैटेगरी रही है। उनके आर्टिस्टिक फिल्मों की खूबसूरती को एक अच्छा सिनेमाप्रेमी ही पहचान सकता है। एक बेहतरीन कहानी के साथ समाज का आईना दिखाती श्याम बाबू की फिल्में यूनिक और लाखों में एक होती है।
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