कर्नाटक विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा का दामन छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने वाले जगदीश शेट्टार एक बार फिर भगवा पार्टी में लौटे हैं। भाजपा ने गुरुवार को एक बार फिर उनका पार्टी में स्वागत किया। पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा और कर्नाटक भाजपा के अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र की मौजूदगी में शेट्टार ने पार्टी की सदस्यता स्वीकार की।
बताया गया है कि वे भाजपा में शामिल होने से ठीक पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और अन्य बड़े नेताओं से भी मिले। उन्होंने बीते साल अप्रैल में भाजपा छोड़ने का एलान किया था। दरअसल, भाजपा ने उन्हें विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार नहीं बनाया था। इसी के विरोध में शेट्टार कांग्रेस में शामिल हो गए थे।
भाजपा से मिली थी चुनाव में हार
हालांकि, कांग्रेस के टिकट पर हुबली धारवाड़ सेंट्रल सीट से चुनाव लड़ने के बावजूद शेट्टार को जीत नहीं मिली थी। उन्हें इस सीट पर उनके ही शिष्य कहे जाने वाले महेश टेंगीकनई से हार मिली थी। पूरे चुनाव प्रचार के दौरान महेश खुद को शेट्टार का चेला बताते रहे थे।
कर्नाटक की राजनीति में शेट्टार का कितना बड़ा कद है?
जगदीश शेट्टार 2018 के विधानसभा चुनाव में धारवाड़ जिले की हुबली धारवाड़ मध्य सीट से जीते थे। शेट्टर लगातार छह बार से चुनाव जीतते रहे। वह 2012 से 2013 तक कर्नाटक के मुख्यमंत्री रहे हैं। 68 साल के शेट्टार 2008 से 2009 के बीच कनार्टक विधानसभा के अध्यक्ष भी रहे। कहा जाता है कि शेट्टार का कित्तूर कर्नाटक (मुंबई कर्नाटक) इलाके की 25 से अधिक विधानसभा सीटों पर प्रभाव है।
Fark India | National Hindi Magazine Hindi Magazine and Information Portal