Tuesday , September 16 2025

मॉरीशस के प्रधानमंत्री भारत दौरे पर, दिल्ली में रक्षा राज्य मंत्री ने स्वागत किया

भारत-मॉरीशस के द्विपक्षीय संबंधों को और गहरा करने भारत दौरे पर पहुंचे प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम देर रात राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली पहुंचे। प्रधानमंत्री नवीन रामगुलाम का स्वागत करने रक्षा राज्यमंत्री संजय सेठ एयरपोर्ट पहुंचे। यहां देश की संस्कृति के अनुरूप उनका स्वागत किया गया।

मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम रविवार को दिल्ली पहुंचे, जहां उनका स्वागत रक्षा राज्यमंत्री संजय सेठ ने किया। बीते नौ सितंबर को भारत दौरे पर पहुंचे मॉरीशस के प्रधानमंत्री बीते लगभग एक हफ्ते में कई जगहों का दौरा कर राष्ट्रीय राजधानी लौटे हैं। दिल्ली पहुंचने से पहले उन्होंने आंध्र प्रदेश के तिरुपति में तिरुमाला मंदिर के दर्शन किए। वे ब्रह्मऋषि आश्रम के कार्यक्रम में भी शामिल हुए। आश्रम के सिद्ध गुरु सिद्धेश्वर ब्रह्मास्मि गुरुदेव स्वामी ने उन्हें राष्ट्रपिता जैसा बताया।

मॉरीशस के पीएम 9 से 16 सितंबर तक भारत दौरे पर
उनकी सादगी और नेतृत्व की सराहना करते हुए सिद्ध गुरु ने कहा, मॉरीशस में यह संस्था 1,000 मिलियन डॉलर का निवेश कर शिक्षा व विकास में योगदान करेगी। स्वामी ने कहा कि रामगुलाम मॉरीशस के संस्थापक हैं, जिन्हें राष्ट्रपिता की तरह सम्मान दिया जा सकता है। उन्होंने उनकी सादगी और नम्रता की सराहना करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री और उनकी पत्नी का आगमन सौभाग्य की बात है। प्रधानमंत्री रामगुलाम ने इसे महत्वपूर्ण आध्यात्मिक जुड़ाव बताते हुए कहा कि वे लंबे समय से इस यात्रा का इंतजार कर रहे थे।

प्रधानमंत्री रामगुलाम की भारत यात्रा और मंदिर दर्शन
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने एक्स हैंडल पर प्रधानमंत्री रामगुलाम की भारत यात्रा और मंदिर दर्शन का ब्यौरा साझा किया। बता दें कि मॉरीशस के पीएम 9 से 16 सितंबर तक भारत दौरे पर हैं।

भारत से जुड़ाव पर प्रधानमंत्री रामगुलाम ने कही ये बात
प्रधानमंत्री रामगुलाम ने अपने स्वागत पर प्रतिक्रिया देते हुए बताया कि पिछले वर्ष संसद सत्र के दौरान कुछ लोग उनसे मिलने आए और उन्हें स्वामी से मिलने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि हिंदू समाज में स्वामी का बड़ा सम्मान है और वे भारत आकर उनसे मिलने का वादा निभाने आए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि आस्था और प्रार्थना के लिए वे हमेशा आम श्रद्धालुओं की तरह पंक्ति में खड़े होकर दर्शन करना पसंद करते हैं।