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पद्म पुरस्कारों के लिए भेजेगे इन तीन डॉक्टरों के नाम: केजरीवाल

नई दिल्ली. दिल्ली सरकार की एक समिति ने इस साल पद्म पुरस्कारों के वास्ते अनुशंसा के लिए चिकित्सक एसके सरीन, सुरेश कुमार और संदीप बुद्धिराजा के नामों को चुना है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को यह जानकारी दी. उन्होंने कोविड-19 महामारी से मुकाबले में स्वास्थ्यकर्मियों के योगदान की सराहना की. ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में केजरीवाल ने कहा कि महामारी के दौरान लोगों का जीवन बचाने में चिकित्सकों, नर्स एवं अन्य चिकित्सा-सहायक कर्मियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और देश उनके योगदान का सम्मान करता है.

उन्होंने कहा कि प्रति वर्ष केंद्र पद्म पुरस्कारों के लिए राज्यों से नाम की अनुशंसा करने के लिए कहता है. दिल्ली सरकार ने केवल चिकित्सकों एवं चिकित्सा-सहायता कर्मियों का नाम इस वर्ष पुरस्कार के लिए भेजने का निर्णय किया. उन्होंने बताया कि 9,427 लोगों द्वारा कुल 740 चिकित्सकों और चिकित्सा-सहायक कर्मियों (पैरामेडिक्स) के नामों की पुरस्कार के लिए अनुशंसा की गई थी, जिनमें से तीन नामों का चयन उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की अध्यक्षता वाली समिति द्वारा किया गया. समिति ने आईएलबीएस के कुलपति डॉ. एस के सरीन जिन्होंने दिल्ली सरकार के पहले प्लाज्मा बैंक और जीनोम अनुक्रमण केंद्र की स्थापना की, एलएनजेपी अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डॉ. सुरेश कुमार और मैक्स अस्पताल के समूह निदेशक डॉ. संदीप बुद्धिराजा का नाम चुना है.

केजरीवाल ने कहा, ‘‘सूची से नाम छांटना बहुत मुश्किल काम था, क्योंकि जितने लोगों के नामों पर विचार किया गया उन सबने महामारी से मुकाबला करने में उल्लेखनीय काम किया है. शेष को अपने योगदान के बारे में कमतर महसूस नहीं करना चाहिए.’’ उन्होंने कहा कि ये तीनों चिकित्सक दिल्ली के सभी चिकित्सकों, नर्स और चिकित्सा-सहायक कर्मचारियों का प्रतिनिधित्व करेंगे. समिति के सदस्यों में दिल्ली के मुख्य सचिव, अतिरिक्त मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) और संभागीय आयुक्त शामिल हैं. पद्म पुरस्कार भारत में सर्वोच्च नागरिक सम्मानों में शामिल हैं, जिनकी घोषणा हर वर्ष गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर की जाती है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली सरकार के एलएनजेपी अस्पताल ने मार्च 2020 से महामारी के खिलाफ लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उन्होंने कहा कि इसने अभी तक कोरोना वायरस के 21 हजार से अधिक रोगियों का इलाज किया जो देश के किसी भी अस्पताल में इस तरह के मरीजों के उपचार का सर्वाधिक आंकड़ा है.