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बीजेपी और सपा ने ब्राह्मणों को दिया धोखा:सतीश चंद्र मिश्रा

महोबा. यूपी विधानसभा चुनाव अगले साल होने हैं और इसको देखते हुए बसपा ब्राह्मण वोटों को अपने पाले में लाने के लिए प्रबुद्ध सम्मेलन कर रही है. इसी सिलसिले में बसपा सुप्रीमो मायावती के निर्देश पर मिशन 2022 की तैयारी को लेकर बहुजन समाज पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा रविवार को विचार संगोष्ठी के लिए महोबा पहुंचे. इस दौरान बसपा के राष्ट्रीय महासचिव के साथ पूर्व मंत्री नकुल दुबे ने बीजेपी सरकार को सत्ता से उखाड़ फेंकने के साथ-साथ आगामी चुनाव में बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती को प्रदेश में पांचवीं बार मुख्यमंत्री बनाने का संकल्प लिया.

महोबा के एक निजी गेस्ट हाउस में प्रबुद्ध वर्ग के सम्मान सुरक्षा व तरक्की आदि को लेकर आयोजित बसपा के कार्यक्रम में सतीश मिश्रा ने बीजेपी और सपा को एक सिक्के का दो पहलू कहा है, जो अपनी-अपनी मर्जी से सत्ता में आने के बाद सरकार का दुरुपयोग करते हैं.
इस दौरान मिश्रा ने कहा कि बीजेपी ने प्रदेश में सत्ता संभालने के बाद अनगिनत ब्राह्मणों की एनकाउंटर के माध्यम से हत्या कराई है, तो वहीं सपा ने ब्राह्मणों के सिरों को काटकर उन्हें सबक सिखाने का फरमान जारी किया है. सपा के शासन में लूट हत्या बलात्कार की आए दिन बाहर लगी रहती थी. महोबा के चर्चित इंद्र कांत त्रिपाठी मामले में आरोपी आईपीएस मणिलाल पाटीदार की गिरफ्तारी घटना के 1 वर्ष बाद भी ना होने से शासन सत्ता पर सवालिया निशान खड़े किए हैं. सतीश मिश्रा ने कहा कि 1 वर्ष के बाद भी किसान आंदोलन बीजेपी सरकार समाप्त नहीं कर सकी है. जबकि 2 करोड़ नौजवानों को नौकरी देने का वादा भी बीजेपी सरकार का फेल हुआ है. दो करोड़ लोगों को नौकरी तो नहीं मिली, लेकिन जो डेढ़ करोड़ लोग नौकरी कर रहे थे उन लोगों को नौकरी से निकालने का काम बीजेपी सरकार ने किया है. दरअसल रेलवे सहित तमाम विभागों का निजीकरण कर बीजेपी सरकार ने लोगों के साथ बड़ा धोखा किया है. आज हम सब को यह संकल्प लेना होगा कि ब्राह्मणों के साथ अत्याचार सहन नहीं किया जाएगा और आने वाले समय में बहन मायावती के नेतृत्व वाली सरकार उत्तर प्रदेश की सत्ता पर काबिज होगी.

बसपा शासनकाल में पूर्व मंत्री रहे नकुल दुबे ने कहा कि ब्राह्मणों का उत्पीड़न और हत्याएं उत्तर प्रदेश में जितनी बीजेपी शासन काल में हुई हैं, शायद ही कभी हुई हों. विकास दुबे, इंद्र कांत त्रिपाठी का जिक्र करते हुए उन्होंने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि ब्राह्मण पूजा करना भी जानता है और वक्त आने पर परशुराम का फरसा चलाना भी आता है. अब वक्त आ गया है कि आने वाले 2022 के चुनाव में बहन जी के हाथों को मजबूत करके उन्हें सत्ता पर काबिज किया जाए जिससे ब्राह्मणों का खोया हुआ सम्मान एक बार फिर वापस दिलाया जा सके.