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ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में शिवसेना के नेता अनिल परब के करीबी सदानंद कदम को किया तलब..

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री अनिल परब के करीबी सदानंद कदम को तलब किया है। कदम के खिलाफ रत्नागिरी के दापोली में अनिल परब के अवैध रिसॉर्ट मामले में भी प्राथमिकी दर्ज की गई है। सदानंद कदम शिवसेना के पूर्व सांसद रामदास कदम के भाई हैं।

जांच एजेंसी ईडी ने इससे पहले दापोली रिसॉर्ट धोखाधड़ी मामले में परब और अन्य के खिलाफ दर्ज धन शोधन मामले में कदम से पूछताछ की थी। अनिल परब का दापोली में एक रिसॉर्ट है जो कथित तौर पर अवैध है और इसे बनाने के लिए परब भ्रष्टाचार में भी शामिल रहा है। अनिल परब के इस रिजॉर्ट को लेकर ईडी ने भी जांच तेज कर दी है। ईडी ने दापोली रिसॉर्ट मामले में कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में परब को बुलाया था।

आरोप है कि रिसॉर्ट बनाने में केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय के नियमों की अनदेखी की गई है, जिसके चलते पर्यावरण मंत्रालय ने इसे अवैध करार दिया और दापोली कोर्ट में इसकी शिकायत भी की। उसी शिकायत के आधार पर ईडी ने एनफोर्समेंट केस इंफॉर्मेशन रिपोर्ट (ईसीआईआर) दर्ज की और मामले की जांच शुरू की। 

मामले के सिलसिले में ईडी ने इससे पहले परब के सात ठिकानों पर छापेमारी की थी। इससे पहले, भाजपा नेता किरीट सोमैया ने सूचित किया था कि दापोली पुलिस उनकी शिकायत पर विचार करने और अनधिकृत रिसॉर्ट के खिलाफ सबूत तलाशने के लिए तैयार हो गई है। सोमैया ने जानकारी दी थी कि सरकार ने दापोली रिजॉर्ट के अवैध निर्माण में फर्जीवाड़ा करना बताया है।

गौरतलब है कि साल 2021 में, किरीट सोमैया ने तत्कालीन केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर के पास COVID-19 लॉकडाउन के दौरान रत्नागिरी में अवैध रूप से एक रिसॉर्ट का निर्माण करने का आरोप लगाते हुए परब के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। इस बीच, इस साल जून में, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एक कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में परब से पूछताछ की थी।

एजेंसी द्वारा धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की आपराधिक धाराओं के तहत मामला दर्ज किए जाने के बाद मई 2022 में पुणे और मुंबई में उनकी संपत्तियों पर छापेमारी के बाद केंद्रीय एजेंसियों ने उन्हें तलब किया था। यह छापेमारी परब के कार्यालय के साथ-साथ एक निजी आवास पर की गई।

इससे पहले सितंबर 2021 में, पूर्व गृह मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता अनिल देशमुख के खिलाफ रिश्वतखोरी और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ के लिए परब मुंबई में ईडी के सामने पेश हुए थे।