टिहरी गढ़वाल. टिहरी दौरे पर पहुंचे सीएम पुष्कर सिंह धामी ने टिहरीवासियों को कई बड़ी सौगात दी और कहा कि उत्तराखंड को आर्थिक रूप से विकसित करते हुए आध्यात्मिक और सांस्कृतिक राजधानी बनाएंगे. उन्होंने बताया कि टिहरी झील को पर्यटन की दृष्टि से डेवलेप करते हुए विश्व मानचित्र पर अलग पहचान दिलाने के लिए केंद्र सरकार मेगा प्रोजेक्ट पर काम कर रही है और जल्द ही इसका परिणाम सभी के सामने होगा.
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने सबसे पहले टिहरी झील पहुंचकर बोटिंग का लुत्फ उठाया, फिर झील पर बने डोबरा चांठी पुल और फ्लोटिंग हट्स का निरीक्षण किया. नई टिहरी में सीएम पुष्कर सिंह धामी ने 1 अरब 64 करोड़ की योजनाओं को लोकार्पण और शिलान्यास किया. सीएम धामी ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि लगातार जिलों का दौरा कर रहा हूं, जनता की समस्याएं सुन रहा हूं और उन समस्याओं के समाधान के लिए प्रयास कर रहा हूं. टिहरी डैम बनने के समय में भी मैं यहां आया था और अब सीएम बनने पर आया हूं. देश के विकास के लिए टिहरी डैम का निर्माण हुआ और टिहरीवासियों ने इसमें सबसे बड़ा योगदान दिया, जिसे भुलाया नहीं जा सकता है. टिहरी डैम की झील से प्रभावित लोगों की समस्याओं के लिए सरकार गंभीर है और टिहरी झील से प्रभावित लोगों के पुनर्वास की कार्रवाई की जा रही है.
सीएम ने कहा टिहरी झील में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं, जिसके लिए प्लानिंग के तहत काम किया जा रहा है. केंद्र सरकार के मेगा प्रोजेक्ट के तहत 1200 करोड़ से टिहरी झील और आसपास के क्षेत्र में पर्यटन गतिविधियों को डेवलेप किया जा रहा है, जिससे टिहरी झील पर्यटन की दृष्टि से विश्व मानचित्र पर अपनी अलग पहचान बनाएगी. टिहरी झील में सी-प्लेन उतारने के लिए सरकार योजना बना रही है. देहरादून से टिहरी तक टनल बनाने के प्रस्ताव को केंद्र सरकार से सहमति मिल गई है और आने वाले समय में इससे पर्यटन को और बढ़ावा मिलेगा. अब सरकार जो योजनाएं बना रही है उसे आगे 10 वर्षों को देखकर तैयार किया जा रहा है, जिससे जनता को इसका ज्यादा से ज्यादा लाभ मिल सके.
चारों धाम के तीर्थपुरोहितों से मैंने आज मुलाकात की है और कमेटी द्वारा उनकी मांगों पर विचार किया जा रहा है. मेरे आश्वासन पर उन्होंने अपना धरना स्थगित कर दिया है. चारधाम यात्रा को लेकर अब हाईकोर्ट में सुनवाई होने वाली है. हमें उम्मीद है जल्द चारधाम यात्रा शुरू हो जाएगी. सीएम धामी ने कहा कि साधु-संत समाज और जनता के सहयोग से सरकार द्वारा प्रयास किया जा रहा है कि उत्तराखंड को आध्यामिक और सांस्कृतिक राजधानी बनाया जाए.