मां हीराबेन के निधन के बाद भी पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने पहले से तय कार्यक्रमों को स्थगित नहीं किया। सुबह ही अहमदाबाद पहुंचने के बाद वह मां के अंतिम संस्कार में शामिल हुए। मां को अंतिम विदाई दी और फिर गुजरात राजभवन पहुंचकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ही कार्यक्रमों में शामिल हुए। उन्होंने हावड़ा-न्यूजलपाईगुड़ी वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। इसके बाद उन्होंने संबोधन भी दिया। मां हीरा बा के निधन के बाद पीएम नरेंद्र मोदी का यह पहला संबोधन था। उन्होंने कहा, ‘बंगाल की इसी धरती से वंदे भारत का जयघोष हुआ था और आज यहीं से वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन शुरू हुई है।’

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज के दिन का बहुत महत्व है। इसी दिन 1943 में नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने आजाद हिंद फौज के जरिए आजादी की लड़ाई का बिगुल फूंका था। देश ने 75 वंदे भारत ट्रेनों को शुरू करने का संकल्प लिया था। आज ही कई और अन्य प्रकल्पों की भी शुरुआत हुई है। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि कुछ देर बाद ही मुझे गंगा जी की सफाई से जुड़ी परियोजना समेत कई अन्य योजनाओं को बंगाल को समर्पित करने का मौका मिलेगा। उन्होंने कहा कि नमामि गंगे प्रोजेक्ट के तहत 25 प्रोजेक्ट बंगाल को मिले हैं। इनमें से 11 शुरू हो चुके हैं और 7 आज पूरे हो रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि गंगा की सफाई के साथ ही यह भी जरूरी है कि हम उसमें गंदगी जाने ही न दें। ऐसी ही कोशिश केंद्र सरकार कर रही है। इसीलिए सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाए जा रहे हैं। इस 21वीं सदी में भारत के तेज विकास के लिए भारतीय रेलवे का भी तेज विकास जरूरी है। इसलिए आज केंद्र सरकार भारतीय रेलवे को आधुनिक बनाने के लिए रिकॉर्ड इन्वेस्टमेंट कर रही है। आज देश में तेजस, वंदे भारत जैसी ट्रेनें बन रही हैं। आधुनिक कोचों को बनाने का काम तेजी से चल रहा है। रेलवे स्टेशनों का आधुनिकीकरण तेजी से हो रहा है और रेल लाइनों का भी तेजी से दोहरीकरण हो रहा है। यह अहम बात है। सुरक्षा और समय की पाबंदी समेत कई मानकों पर भारतीय रेलवे ने बहुत अच्छा काम किया है।
उन्होंने कहा कि बीते 8 सालों में भारतीय रेलवे ने अपनी नींव मजबूत की है। अब अगले 8 सालों में भारतीय रेल आधुनिकता की यात्रा पर निकलेगी। युवा भारत के लिए भारतीय रेल भी युवा अवतार ले रही है। बीते 8 सालों में हमने दो दर्जन शहरों तक मेट्रों का विकास किया है। 800 किलोमीटर के रूट पर अब मेट्रो चल रही है। इसके अलावा 1000 किलोमीटर रूट पर काम चल रहा है। बीती सदी में देश के विकास में दो चुनौतियां थीं। पहली यह कि इन्फ्रास्ट्रक्चर की एजेंसियों में तालमेल की कमी। दूसरी यह कि परिवहन के अलग-अलग माध्यमों के बीच हमेशा समन्वय की कमी रही।
पीएम ने कहा कि एक दशकों तक परियोजनाओं में देरी होती थी और टैक्सपेयर्स को इससे नफरत होती थी। इसी से निपटने के लिए पीएम गतिशक्ति मास्टर प्लान लागू किया गया है। इससे सभी विभाग और एजेंसियां एक ही प्लेटफॉर्म पर आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमें हर दिन और हर पल का उपयोग राष्ट्र निर्माण में करना है। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि मुझे व्यक्तिगत तौर पर वहां आना था, लेकिन नहीं आ सका। इसके लिए मैं बंगाल की जनता से क्षमा मांगता हूं।
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