नई दिल्ली. दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल और यूपी एटीएस ने जिन 6 आतंकियों को प्रयागराज से गिरफ्तार किया है, माना जा रहा है कि उनके पीछे दाऊद इब्राहिम का हाथ है. डी कंपनी ने ही इन 6 आतंकियों को प्रशिक्षित किया है. शीर्ष सूत्रों के मुताबिक डी कंपनी पर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई की तरफ से भारी दबाव था. जानकारी के मुताबिक अब आईएसआई ने डी कंपनी को नॉन परफॉर्मिंग असेट यानी ‘नकारा’ मानना शुरू कर दिया है.
सूत्रों के मुताबिक छोटा शकील और दाऊद के छोटे भाई अनीस इब्राहिम को आईएसआई ने ‘कुछ करने’ का आदेश दिया था. इसी के बाद अनीस इब्राहिम ने आतंकियों का रिक्रूटमेंट शूरू किया था. डी कंपनी ने अपनी ‘प्रतिष्ठा’ बचाने के लिए अनीस को रिक्रूटमेंट का काम दिया था. सूत्रों का कहना है कि आयडिया 26/11 जैसे एक और हमले को अंजाम देने का था. ये एक बेहद गोपनीय ऑपरेशन था.
गिरफ्तार आतंकियों में से एक जान मोहम्मद शेख उर्फ समीर कालिया मुंबई का एक कट्टरपंथी युवा है. सूत्रों का कहना है कि आईएसआई ने काम करने का नया तरीका चुना है जिसके तहत भारतीय युवाओं को कट्टरपंथी बनाया जा रहा है. सूत्रों के मुताबिक गिरफ्तार किए गए एक अन्य आरोपी ओसामा उर्फ समी ने पाकिस्तान में ट्रेनिंग की बात कबूली है.
खुफिया सूत्रों के मुताबिक गिरफ्तार किए गए 6 आतंकियों का लिंक पंजाब के टिफिन बम केस से संबंधित हो सकता है. बीते महीने पुलिस द्वारा बड़े टेरर का भंडाफोड़ करने के बाद पंजाब में हाई अलर्ट मोड जारी किया गया था. पुलिस को टिफिन बम के साथ 5 हैंड ग्रेनेड और 100 गोलियां मिली थीं.
जानकारी के अनुसार अनीस इब्राहिम इन आतंकियों की दहशत फैलाने के लिए हर तरह से मदद कर रहा था. भारत में वो इन्हें रुपये, विस्फोटक और हथियार तक पहुंचा रहा था. अब पुलिस इस बात का पता लगा रही है कि अनीस और आतंकियों के बीच में कोई कड़ी देश में मौजूद तो नहीं थी. साथ ही अनीस के ठिकाने के बारे में भी पता किया जा रहा है.