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हार्मोन असंतुलन बन सकता है कई समस्याओं की वजह

हार्मोन्स हमारे शरीर में पाए जाने वाले ऐसे केमिकल्स होते हैं, जो हमारी बॉडी के अलग-अलग फंक्शन्स को कंट्रोल करते हैं। ये हमारे लिए काफी महत्वपूर्ण होते हैं, लेकिन कई बार इनका संतुलन बिगड़ जाता है। इस परेशानी को हार्मोनल इंबैलेंस कहते हैं। कई बार हार्मोन इम्बैलेंस के पीछे की वजह कुछ बीमारियां हो सकती हैं, लेकिन कई बार हमारी लाइफस्टाइल की वजह से भी यह परेशानी हो सकती है। इस कारण से हमारे शरीर में कई परेशानियां हो सकती हैं। इसलिए हार्मोन्स के संतुलन को बरकरार रखना काफी जरूरी है। आइए जानते हैं, लाइफस्टाइल में क्या बदलाव करने से हार्मोनल इंबैलेंस से बचा जा सकता है।

स्ट्रेस मैनेज करें

स्ट्रेस का लेवल बढ़ने की वजह से, हमारे एंडोक्राइन ग्लैंड पर प्रभाव पड़ता है, जिस वजह से शरीर में हार्मोन लेवल में बदलाव हो सकता है। स्ट्रेस अधिक होने की वजह से, कॉर्टिसोल और एडर्नलीन हार्मोन की मात्रा बढ़ जाती है, जिस वजह से हार्मोन्स में असंतुलन हो जाता है। इस परेशानी से बचने के लिए स्ट्रेस लेवल को मैनेज करें।

रोज एक्सरसाइज करें

रोज एक्सरसाइज करना आपकी सेहत के लिए कितना फायदेमंद होता है, यह तो आप जानते ही हैं, लेकिन एक्सरसाइज करने से हार्मोन लेवल को भी संतुलित रखने में मदद मिलती है। इसलिए अपने रूटीन में एक्सरासाइज को शामिल करें।

अधिक शुगर न खाएं

अधिक शुगर खाने की वजह से इंसुलिन की मात्रा बढ़ जाती है। इस वजह से डायबिटीज का खतरा बढ़ सकता है। इसलिए अपनी डाइट में अधिक शुगर वाले खाने को शामिल न करें।

नींद पूरी करें

नींद पूरी न होने की वजह से आपके शरीर में हार्मोन्स में असंतुलन आ सकता है। नींद पूरी न करने की वजह से, कॉर्टिसोल हार्मोन की मात्रा बढ़ जाती है। इसके अलावा, लेप्टिन और गेरलिन हार्मोन की मात्रा भी बढ़ जाती है। इसलिए रोज 7 घंटे की नींद पूरी करें।

स्मोकिंग न करें

स्मोकिंग करने से की वजह से आपके शरीर में कई हार्मोन्स असंतुलित हो सकते हैं, जैसे थाइरॉइड, कॉर्टिसोल हार्मोन्स का लेवल अधिक हो सकता है। इसके अलावा, स्मोकिंग की वजह से कई बीमारियां, जैसे- फेफड़ों का कैंसर, दिल की बीमारियां आदि, हो सकती हैं। इसलिए स्मोकिंग न करें।