कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो शुक्रवार रात को अचानक अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मिलने पहुंचे। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक यह मुलाकात फ्लोरिडा में ट्रंप के घर मार-ए-लागो में नहीं बल्कि उनके प्राइवेट क्लब में हुई। आमतौर पर जब भी कोई नेता या सेलिब्रेटी ट्रंप से मिलने फ्लोरिडा जाते हैं तो वह उनके घर मार-ए-लागो जाते हैं।
पाम बीच पर बने क्लब में ट्रंप-ट्रूडो ने साथ में डिनर किया। ट्रूडो के साथ कनाडा के पब्लिक सेफ्टी मिनिस्टर डोमिनिक लेब्लांक समेत और भी कई लोग थे। ट्रूडो की इस यात्रा के बारे में पहले कोई जानकारी साझा नहीं की गई थी।
बिना किसी सूचना के हुई ट्रूडो और ट्रंप की मुलाकात
ट्रूडो की इस यात्रा पर ना ही ट्रंप की टीम ने कोई जवाब दिया है और ना ही ट्रूडो के कार्यालय ने कोई जानकारी दी है। ट्रूडो की यह विजिट उनके सार्वजनिक कार्यक्रमों की सूची में शामिल नहीं थी।
वहीं, अब कनाडा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने रविवार को कहा कि कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से वादा किया है कि कनाडा लंबे समय से असुरक्षित संयुक्त सीमा पर नियंत्रण को और कड़ा करेगा।ट्रूडो शुक्रवार को फ्लोरिडा गए और ट्रंप के साथ रात्रि भोज किया। वहीं, ट्रंप ने वादा किया है कि यदि ओटावा प्रवासियों और नशीली दवाओं को सीमा पार करने से नहीं रोकता है तो वे कनाडाई आयात पर शुल्क लगा देंगे।
डिनर के दौरान दोनों के बीच हुई चर्चा
कनाडा सभी वस्तुओं और सेवाओं के निर्यात का 75% हिस्सा संयुक्त राज्य अमेरिका को भेजता है और टैरिफ से अर्थव्यवस्था को बहुत नुकसान होगा। सार्वजनिक सुरक्षा मंत्री डोमिनिक लेब्लांक, जो ट्रूडो और ट्रंप के साथ मुख्य टेबल पर बैठे थे, ने कहा कि दोनों लोगों ने कनाडा द्वारा शुरू किए जाने वाले अतिरिक्त सुरक्षा उपायों पर चर्चा की।
उन्होंने कैनेडियन ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन को बताया कि हम उदाहरण के लिए अतिरिक्त ड्रोन, अतिरिक्त पुलिस हेलीकॉप्टर खरीदने पर विचार कर रहे हैं, हम कर्मियों को पुनः तैनात करने जा रहे हैं… हमारा मानना है कि सीमा सुरक्षित है।
उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि यह महत्वपूर्ण है कि कनाडाई और अमेरिकी लोगों को यह दिखाया जाए कि हम प्रत्यक्ष और सशक्त तरीके से आगे बढ़ रहे हैं, और हम वास्तव में यही करने जा रहे हैं।” उन्होंने आने वाले दिनों और सप्ताहों में और अधिक विवरण देने की बात कही।
उन्होंने कहा कि कनाडा यह तर्क देना जारी रखेगा कि टैरिफ से दोनों देशों को नुकसान होगा, क्योंकि दोनों अर्थव्यवस्थाएं आपस में जुड़ी हुई हैं। उन्होंने डिनर मीटिंग को बहुत गर्मजोशी और सौहार्दपूर्ण बताते हुए कहा, मुझे पूरा भरोसा है कि अमेरिकी यह समझेंगे कि इस तरह से आगे बढ़ना उनके हित में नहीं है।