फ्रांस की राजधानी पेरिस में स्थित नोट्रे डेम कैथेड्रल चर्च फिर से खुल गया है। यह ऐतिहासिक चर्च में साल 2019 की 15 अप्रैल को भयानक आग लग गई थी और देखते ही देखते पूरी इमारत आग के भेंट चढ़ गई थी। ऐतिहासिक इमारत को फिर से पूरी तरह खड़ा करने में आज पांच साल लग गए। वहीं, इस मौके पर अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की साथ दिखे।
नोट्रे डेम कैथेड्रल के कार्यक्रम में ट्रंप, जेलेंस्की को साथ लाए मैक्रों
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने नोट्रे डेम कैथेड्रल के फिर से खुलने के अवसर शनिवार को पेरिस के एलीसी पैलेस में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से मुलाकात की। तीनों के बीच यह मुलाकात यूक्रेन युद्ध पर त्रिपक्षीय वार्ता शुरू करने का एक प्रयास था।
मैक्रों ने यह भी संकेत दिया था कि नेता मध्य पूर्व में तनावपूर्ण स्थिति पर चर्चा करेंगे। मैक्रों, जेलेंस्की और अन्य विश्व नेता रूस के खिलाफ यूक्रेन के युद्ध में ट्रंप का समर्थन हासिल करने का प्रयास कर रहे हैं। हालांकि, ट्रंप ने अपने अभियान के दौरान यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने की कसम खाई है। पेरिस का सदियों पुराना ऐतिहासिक स्थल नोट्रे-डेम कैथेड्रल शनिवार को फिर से खुल गया।
पेरिस के आर्कबिशप लारेंट उलरिच ने नोट्रे डेम के दरवाजे पर तीन बार दस्तक दी, जो आधिकारिक तौर पर कैथेड्रल के फिर से खुलने का प्रतीक है। करीब पांच साल पहले 2019 एक विनाशकारी आग ने इसके शिखर और छत को नष्ट कर दिया था। 860 साल पुरानी इस इमारत को नए शिखर और रिब वाल्टिंग के साथ सावधानीपूर्वक बहाल किया गया।
डोनाल्ड ट्रंप प्रिंस विलियम से भी मिलेंगे
इसे लेकर आयोजित समारोह में राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, ब्रिटेन के प्रिंस विलियम और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की सहित दर्जनों राष्ट्राध्यक्षों का स्वागत किया। बताया जा रहा है कि इस दौरान डोनाल्ड ट्रंप प्रिंस विलियम से भी मिलेंगे। इस कार्यक्रम के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका के प्रतिनिधि के रूप में राष्ट्रपति बाइडन की जगह प्रथम महिला जिल बाइडन शामिल हुई हैं।
कार्यक्रम से पहले मैक्रों ने विनाशकारी आग को याद करते हुए कहा कि उस दिन पूरी दुनिया हिल गई थी। मुझे लगता है कि इसका फिर से खुलना आग लगने के झटके जैसा ही है। लेकिन यह उम्मीद का झटका है। आयोजकों ने शुक्रवार को कहा था कि तेज हवाओं के पूर्वानुमान के कारण समारोह पूरी तरह से गिरजाघर के अंदर ही आयोजित किया जाएगा।