भारतीय क्रिकेट टीम के युवा ओपनर शुभमन गिल ने जिम्बाब्वे दौरे पर धमाकेदार प्रदर्शन किया। तीन मैचों की सीरीज के आखिरी मुकाबले में उन्होंने शानदार बल्लेबाजी करते हुए शतक जमाया। यह गिल का पहला इंटरनेशनल शतक रहा और इसका श्रेय उन्होंने पूर्व ऑलराउंडर युवराज सिंह को दिया है। मैच के बाद अपने भारत की तरफ से लगाए पहले शतक को इस बल्लेबाज ने पिता को समर्पित किया।
शुभमन ने जिम्बाब्वे के खिलाफ आखिरी वनडे में शतक जमाने के बाद बताया, “मैं जिम्बाब्वे के दौरे पर आने से पहले युवराज सिंह से मिला था। उन्होंने मुझे कहा था कि आप काफी अच्छी बल्लेबाजी कर रहे हैं और एक बार अगर जो आप सेट हो जाते हैं तो फिर जितनी ज्यादा हो उतनी देर बल्लेबाजी करने की कोशिश करें। अपनी कोशिश यह रखना कि ये जो पारी है इसे कैसे यादगार बनाया जा सके और जो टीम के काम आ जाए।”
गिल का पहला इंटरनेशनल शतक
जिम्बाब्वे के खिलाफ तीन मैचों की सीरीज के आखिरी मुकाबले में कप्तान केएल राहुल ने टॉस जीतकर जिम्बाब्वे के खिलाफ बल्लेबाजी चुनी। शुभमन गिल ने 97 गेंद पर 15 चौके और 1 छक्का लगाते हुए 130 रन की पारी खेली थी। इस बारी के दौरान उन्होंने जिम्बाब्वे के हरारे में सबसे बड़ी पारी के दिग्गज सचिन तेंदुलकर को रिकॉर्ड को तोड़ा था।
जिम्बाब्व का क्लीन स्वीप
भारत ने सीरीज में तीन के तीन मुकाबले जीतकर जिम्बाब्वे का क्लीन स्वीप किया। पहला वनडे भारत ने 10 विकेट से जीता था जबकि दूसरे मुकाबले में 5 विकेट की जीत हासिल की थी। तीसरे मैच में गिल के शतक के दम पर भारतीय टीम ने 289 रन बनाए थे जवाब में जिम्बाब्वे की टीम सिकंदर रजा से शतक की बदौलत 276 रन तक पहुंच पाई। 13 रन से मुकाबला भारत के नाम रहा।