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इजरायल का गाजा की आधी जमीन पर कब्जा! नेतन्याहू के बयान से दुनिया में मची खलबली

युद्धविराम के बाद मार्च में फिर से छेड़ी लड़ाई के दौरान इजरायल ने गाजा में तेजी से जमीन पर कब्जा किया है। पता चला है कि इजरायली सेना ने गाजा की 50 प्रतिशत से ज्यादा जमीन पर कब्जा कर लिया है और अब वह इजरायली सीमा के नजदीक के मकानों, खेतों और अन्य ढांचों को बुलडोजर से हटाकर समतल कर रही है। इजरायली सेना ने जितनी जमीन पर कब्जा किया है वह गाजा में उसके सिक्युरिटी जोन को बनाने के लिए पूर्व में बताई जमीन से ज्यादा है।

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की योजना गाजा को खाली कराकर उसे फिर से विकसित करने की है। इस योजना को फलस्तीनियों और अरब जगत ने अस्वीकार कर दिया है। इधर, इजरायल ने गाजा में सिक्युरिटी जोन बनाने का भी एलान कर रखा है, जहां पर स्थायी रूप से इजरायली सेना तैनात रहेगी।

गाजा के आधे क्षेत्रफल पर रह रहे बाकी बचे लोग

इजरायल की इस योजना को भी फलस्तीनियों और अरब जगत ने अस्वीकार कर दिया है। लेकिन गाजा की जमीनी हकीकत यह है कि वहां से फलस्तीनियों को विस्थापित किया जा रहा है। उन्हें दक्षिण से उत्तर की ओर धकेला जा रहा है। माना जा रहा है कि अब गाजा के आधे क्षेत्रफल पर उसके बाकी बचे 22 लाख लोग रह रहे हैं।

हमास को हराने के बाद भी इजरायली सेना गाजा नहीं छोड़ेगी: नेत्नयाहू

सूत्रों के अनुसार इजरायल ने गाजा में प्रस्तावित सिक्युरिटी जोन का आकार बढ़ाकर दो गुना कर दिया है। गाजा को लेकर इजरायल अपना रुख बदलता रहा है। पिछले हफ्ते दिए अपने बयान में इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने साफ कर दिया है कि हमास को हराने के बाद भी इजरायली सेना गाजा नहीं छोड़ेगी। भविष्य में गाजा की सुरक्षा व्यवस्था को इजरायली सेना नियंत्रित करेगी।

इजरायली सीमा के नजदीक गाजा के निर्माणों को जिस तरह से हटाया जा रहा है उससे स्पष्ट है कि इजरायल ने भविष्य की योजना पर काम शुरू कर दिया है और वह अघोषित रूप से अपने नियंत्रण वाली धरती को बढ़ा रहा है। टैंकों के साए में फलस्तीनियों के निर्माणों को ढहाने का कार्य हो रहा है।

वहां पर तैनात इजरायली सैनिकों के दल ने बताया कि हमें सब कुछ खत्म करने और हिलती हुई हर चीज को गोली मारने का निर्देश है। जो यहां से चला गया है, वह अब कभी वापस नहीं आएगा। गाजा में यह स्थिति 18 महीने से जारी युद्ध के बाद पैदा हुई है। सात अक्टूबर, 2023 को हमास के इजरायली शहरों पर हमले के बाद यह युद्ध शुरू हुआ था।