केलाखेड़ा में मशरूम प्लांट में हुए हादसे के सात घायलों को जिला अस्पताल लाया गया। इसमें घायल एक गर्भवती की कमर में दर्द की शिकायत पर उसका एक्सरे करने की कार्रवाई की गई और उसे प्राइवेट रूम में भर्ती किया गया। इस दौरान अस्पताल में तीमारदारों की भीड़ लगी रही। डीएम ने मामले में मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश जारी किए हैं।
बृहस्पतिवार की देर रात डीएम नितिन सिंह भदौरिया जिला अस्पताल पहुंचे। उन्होंने घायल जय सिंह, रेशमा, राधा, गणेश, विजयपाल, पोला, भोला का हाल जाना। डीएम ने पीएमएस डॉ. आरके सिंहा को घायलों का समुचित इलाज करने के निर्देश दिए। कहा कि इलाज में किसी तरह की लापरवाही न बरती जाए।
केलाखेड़ा में मशरूम प्लांट में हुए हादसे के सात घायलों को जिला अस्पताल लाया गया। इसमें घायल एक गर्भवती की कमर में दर्द की शिकायत पर उसका एक्सरे करने की कार्रवाई की गई और उसे प्राइवेट रूम में भर्ती किया गया। इस दौरान अस्पताल में तीमारदारों की भीड़ लगी रही। डीएम ने मामले में मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश जारी किए हैं।
बृहस्पतिवार की देर रात डीएम नितिन सिंह भदौरिया जिला अस्पताल पहुंचे। उन्होंने घायल जय सिंह, रेशमा, राधा, गणेश, विजयपाल, पोला, भोला का हाल जाना। डीएम ने पीएमएस डॉ. आरके सिंहा को घायलों का समुचित इलाज करने के निर्देश दिए। कहा कि इलाज में किसी तरह की लापरवाही न बरती जाए।
डीएम ने कहा कि मामले की मजिस्ट्रेटी जांच कराई जाएगी। यदि किसी स्तर पर लापरवाही सामने आती है तो दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। मृतक मजदूर के परिजनों से भदौरिया ने मुलाकात कर शोक संवेदना प्रकट की और आश्वासन दिया कि प्रशासन पीड़ित परिवारों के साथ खड़ा है।
डीएम के निर्देश पर जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी उमाशंकर नेगी ने घायलों के 25 तीमारदारों के लिए भोजन और रहने का इंतजाम किया। वहां पर एसडीएम बाजपुर डॉ. अमृता शर्मा सहित अन्य
अधिकारी व चिकित्सक मौजूद थे।
पोस्टमार्टम ना कराने को लेकर हुआ हंगामा
केलाखेड़ा मशरूम प्लांट हादसे में महिला मजदूर की मौत होने पर पुलिस ने शव कब्जे में लेकर मोर्चरी में रख दिया। पुलिस शव को पोस्टमार्टम हाउस भेजने के लिए पंचनामा भरने की तैयारी कर रही थी। उसी दौरान मृतका का रिश्तेदार बिना पोस्टमार्टम कराए शव ले जाने के लिए पुलिस कर्मियों से उलझ गया, जिस पर हंगामा हो गया। पुलिस अधिकारियों ने समझा-बुझाकर रिश्तेदार को शांत किया। घायल प्लांट संचालक रवि नेहरा का काशीपुर के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है।
हादसे में ये हुए घायल
बाजपुर अस्पताल में भर्ती जय सिंह, करन, ओमपाल, रेशमा, कौशल्या, राधा, गणेश, भगवानदास, विजयपाल, पोला, भोली और परमजीत कौर निवासीगण गांव टांडा डालचंद।
भव्वानगला के प्लांट में चार घंटे तक चला रेस्क्यू ऑपरेशन
केलाखेड़ा के गांव भव्वानगला में मशरूम प्लांट हादसे के बाद पुलिस, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, दमकल विभाग का संयुक्त रेस्क्यू ऑपरेशन चार घंटे तक चला। इस दौरान रेस्क्यू कर जैविक खाद का मलबा हटाया गया।
मशरूम प्लांट में अचानक रैक टूटकर गिरने से खाद के मलबे में मजदूर दब गए। पहले तो पता ही नहीं चला कि कितने मजदूर दबे हैं।आननफानन मजदूरों को निकालने के लिए संयुक्त टीम ने रेस्क्यू करके एक-एक घायल मजदूर को बाहर निकाला। उसके बाद मजदूरों को बाजपुर और काशीपुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया। टीम को रेस्क्यू ऑपरेशन करने चार घंटे का समय लगा। प्लांट में काम करने आए मजदूरों की सूची की जांच की गई, जिससे पता चला कि 23 मजदूर काम कर
रहे थे। लोगों ने बताया कि मशरूम बैग के लिए क्षमता से अधिक लोड के कारण रैक एक तरफ होकर टूट गई, जिसमें हादसा हो गया।
लोगों ने बताया कि गांव भव्वानगला में मशरूम प्लांट करीब डेढ़ एकड़ में स्टोर रूम के तीन कमरों में संचालित हो रहा है। सीओ विभव सैनी ने बताया कि हादसे के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन चार घंटे तक चला।