रेलवे ने टिकट कराने में तेजी, पारदर्शिता और डिजिटल टिकटिंग के अनुभव के लिए यात्री आरक्षण (पीआरएस) प्रणाली में बदलाव किया है। इसमें नेक्स्ट जनरेशन पीआरएस प्रणाली और ग्राफिकल यूजर इंटरफेस (जीयूआई) लागू किया गया है।
यात्रियों को आधुनिक और स्मार्ट सेवाएं देने के लिए आगरा मंडल के आगरा कैंट और मथुरा जंक्शन पर 112 ग्राफिकल यूजर इंटरफेस बेस्ड थिनक्लाइंट लगाई गई हैं। इनमें 91 यूटीएस ग्राफिकल यूजर इंटरफेस बेस्ड थिनक्लाइंट व 21 पीआरएस ग्राफिकल यूजर इंटरफेस बेस्ड थिनक्लाइंट हैं।
आगरा छावनी एवं मथुरा जंक्शन के एक-एक काउंटर पर इन्हें ट्रायल बेस के तौर पर लगाया गया है। इसके सफल होने के बाद मंडल के सभी पैसेंजर रिजर्वेशन सिस्टम पर लगाया जाएगा।
क्या होगा फायदा
यह उन्नत प्रणाली यात्रियों को तेज, पारदर्शी और यूजर-फ्रेंडली टिकटिंग सुविधा प्रदान करती है। इससे रेल कर्मचारियों के समय की बचत होगी। इस प्रणाली की मदद से टिकट बुकिंग, कैंसलेशन, चार्टिंग और रिफंड प्रक्रियाओं को पहले से कहीं अधिक तेज और सटीक किया जा सकेगा। इसमें सीट की उपलब्धता, डायनामिक चार्ट और आसान नेविगेशन की सुविधा है, जिससे तकनीकी खामियां भी दूर होंगी।