संवाददाता सुल्तानपुर
सुलतानपुर। कमला नेहरू इंस्टिट्यूट ऑफ चाइल्ड एजुकेशन, करौंदिया (विवेकनगर) में 21वीं शताब्दी की शिक्षक कौशल विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।इस कार्यशाला में मुख्य प्रशिक्षक के रूप में लखनऊ से पधारे सप्पन साहिबी तथा रोहित कुमार सिंह ने मां सरस्वती तथा बाबू के.एन.सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण व दीप प्रज्ज्वलित किये।मुख्य प्रशिक्षक सप्पन साहिबी ने सभी शिक्षक- शिक्षिकाओं का परिचय तथा उनकी रुचियों के बारे में पूछा। उन्होंने 21वीं शताब्दी की शिक्षक-शिक्षिकाओं की चुनौतियां क्या हैं तथा उनके कार्य कितने कठिन हैं? इसके बारे में विस्तृत जानकारी दी। उनके प्रशिक्षण देने का ढंग बहुत ही प्रभावी तथा अच्छा रहा।इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य शिक्षकों को वर्तमान वैश्विक एवं तकनीकी युग की मांगों के अनुरूप शिक्षण विधियों से अवगत कराना था ताकि वे विद्यार्थियों में आलोचनात्मक चिंतन,समस्या समाधान,संचार, सहयोग,डिजिटल साक्षरता तथा रचनात्मक गतिविधियों के द्वारा 21वीं शताब्दी के आवश्यक कौशलों का विकास कर सकें।
विद्यालय की उपप्रधानाचार्या तन्वी गोयल ने 21वीं शताब्दी की कौशलता कार्यशाला के प्रमुख बिंदुओं एवं शिक्षण अधिगम के महत्व को संक्षेप में बताया।राष्ट्रपति पुरस्कार,डेरेजिओ सम्मान तथा अन्य कई विज्ञान पुरस्कार से सम्मानित प्रधानाचार्य डॉ.एन.डी.सिंह ने छात्र-छात्राओं के समग्र विकास तथा गुरुकुल शिक्षा प्रणाली के प्रमुख पहलुओं, विशेषताओं व उनके महत्व के बारे में बताया।उन्होंने कार्यशाला की सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए प्रशिक्षकों का आभार जताया,साथ ही उन्होंने भविष्य में भी इस प्रकार की उपयोगी कार्यशालाओं के आयोजन की प्रतिबद्धता जताई।कार्यक्रम का संचालन गीता मिश्रा ने किया तथा संगीत शिक्षक शैलेंद्र उपाध्याय ने सत्यम-शिवम- सुंदरम… गीत गाकर सबका मन मोह लिया।इस कार्यशाला में विद्यालय की सभी शिक्षक-शिक्षिकाएं उपस्थित रहीं।विद्यालय के प्रबंधक पूर्व मंत्री तथा वर्तमान विधायक विनोद सिंह,आशा सिंह,समाजसेवी पुलकित सिंह व पलक सिंह ने मुख्य प्रशिक्षक सप्पन साहिबी,प्रधानाचार्य व शिक्षक-शिक्षिकाओं के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए हार्दिक शुभकामनाएं प्रदान किये हैं।