लखनऊ. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के चुनाव की तैयारियों में जुटी बीजेपी का पूरा फोकस अब किसानों को साधने में है. इसे देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसानों की मन मांगी मुराद पूरी कर दी है. बड़ी घोषणा करते हुए सीएम योगी ने कहा है कि फसल जलाने के कारण किसानों पर दर्ज मुकदमों को सरकार वापस लेगी. उन पर लगा जुर्माना भी माफ़ होगा. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा है कि 2010 से बकाया रहे गन्ना मूल्य भुगतान को पूरा करने के बाद अब सरकार गन्ना मूल्य में बढ़ोतरी करने जा रही है. सभी संबंधित पक्षों से विमर्श कर बहुत जल्द इस बारे में घोषणा की जाएगी.
सीएम योगी ने साफ शब्दों में अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि बिजली बिल बकाया होने के कारण एक भी किसान का कनेक्शन कतई न काटा जाए. साथ ही, किसानों को आश्वस्त करते हुए कहा है कि बिजली बिल बकाए पर किसान को ब्याज न देना पड़े इसके लिए ओटीएस स्कीम भी लाई जाएगी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह बड़े ऐलान बुधवार को मुख्यमंत्री आवास पर किसानों से संवाद के दौरान किए. प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए प्रगतिशील किसानों से मुखातिब सीएम ने कहा कि किसान का पसीना बहता है तब फसल लहलहाती है. जाड़ा हो, गर्मी हो, या बरसात, किसान अपने खेत में सतत लगा रहता है. यही कारण है कि किसान अन्नदाता कहा गया.
सीएम ने कहा कि राजनीतिक दलों के एजेंडे में भले ही लंबे समय से किसान रहा हो, लेकिन कभी उनकी सुनी नहीं गई. इस लिहाज से साल 2014 ऐतिहासिक रहा. जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार आई और किसानों की आय को दोगुना करने का लक्ष्य रखा गया. सिलसिलेवार ढंग से किसान हितैषी नीतियों का उल्लेख करते हुए योगी ने कहा कि किसान सम्मान निधि, फसल सिंचाई, स्वायल हेल्थ कार्ड जैसे अनूठे प्रयासों ने खेती और किसानों की दशा ही बदल कर रख दी.
सीएम ने कहा कि यह सरकार किसानों की है और खेत से खलिहान तक और बीज से बाजार तक, किसानों को जहां भी जरूरत होगी, सरकार साथ खड़ी है. नए पेराई सत्र के शुभारंभ की तिथि तय करते हुए सीएम ने कहा कि किसानों की मांग पर पश्चिम क्षेत्र में 20 अक्टूबर से चीनी मिलें प्रारम्भ हो जाएंगी, जबकि मध्य क्षेत्र में 25 अक्टूबर से मिलें चलेंगी. इसी तरह, पूर्वी क्षेत्र की मिलें नवम्बर के पहले सप्ताह से प्रारंभ होंगी.