बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना मंगलवार सुबह राष्ट्रपति भवन पहुंची। यहां उनका भव्य स्वागत हुआ। बांग्लादेशी पीएम के स्वागत के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मौजूद रहे। शेख हसीना के चार दिवसीय भारत दौरे का दूसरा दिन है। द्विपक्षीय वार्ता के दौरान उनकी मुलाकात पीएम मोदी के अलावा भारत सरकार के अन्य नेताओं के साथ भी होगी। माना जा रहा है कि बैठक के दौरान भारत-बांग्लादेश के बीच छह समझौतों पर हस्ताक्षर हो सकते हैं।
दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और शेख हसीना के बीच मंगलवार को बातचीत के बाद भारत और बांग्लादेश के बीच नदी के पानी के बंटवारे से लेकर कनेक्टिविटी तक के क्षेत्रों में सहयोग के लिए कम से कम छह समझौतों पर हस्ताक्षर करने की उम्मीद है। इनमें कुशियारा नदी के पानी के बंटवारे पर भी एक समझौता है जिसे पिछले महीने द्विपक्षीय संयुक्त नदी आयोग की बैठक के दौरान अंतिम रूप दिया गया था।
जानकारी के मुताबिक इसके अलावा रेलवे और ऊर्जा में सहयोग समझौतों पर भी हस्ताक्षर होने की उम्मीद है। निवेश, व्यापार संबंध, जल संसाधन प्रबंधन, सीमा प्रबंधन, मादक पदार्थों की तस्करी और मानव तस्करी से जुड़े मुद्दों को भी प्राथमिकता मिलने की संभावना है। इसमें छह समझौते हो सकते हैं। वार्ता से पहले शेख हसीना ने दिल्ली स्थित हैदराबाद हाउस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की है।
एक्सपर्ट्स द्वारा यह भी बताया जा रहा है कि द्विपक्षीय वार्ता में शेख हसीना रोहिंग्या की घर वापसी के लिए भारत से अनुरोध करेंगी। क्योंकि मानवीय आधार पर रोहिंग्या मुसलमानों की मदद करना बांग्लादेश के लिए अब सिरदर्द बन गया है। करीब डेढ़ लाख रोहिंग्या शरणार्थी इस समय बांग्लादेश में हैं। इनमें से कई गैरकानूनी गतिविधियों में लिप्त हैं।
बता दें कि बांग्लादेश के लिए जल बंटवारा एक प्रमुख मुद्दा है। शेख हसीना ने भारत के दौरे से पहले एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि भारत को इस मामले पर और व्यापकता दिखानी चाहिए। भारत से बांग्लादेश करीब 54 नदियों को साझा करता है, जिनमें से सात नदियों की पहचान प्राथमिकता के आधार पर जल बंटवारा समझौते का फ्रेमवर्क तैयार करने के लिए की जा चुकी है।