Wednesday , November 13 2024

साल 2020 में एमएस धोनी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर से लिया संन्यास, पढ़ें पूरी खबर ..

टीम इंडिया की जर्सी नंबर 7 का वो खिलाड़ी, जिसने पूरी भारतीय टीम को अपनी कप्तानी और कमाल की विकेटकीपिंग से हर उस मुकाम पर पहुंचाया, जिसकी कभी किसी ने कल्पना तक नहीं की थी। ये खिलाड़ी और कोई नहीं पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ही है, जिन्होंने भारत को टी-20 विश्व कप में चैंपियन, वनडे विश्व कप विजेता और चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जिताया।

हालांकि साल 2020 में धोनी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर से संन्यास ले लिया था। लेकिन उन्होंने अपने संन्यास के संकेत साल 2019 विश्व कप के दौरान ही दे दिए थे। हाल ही में पूर्व कोच आर. श्रीधर ने एक बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने अपने बयान में ये कहा कि धोनी के संन्यास के बारे में उन्हें और ऋषभ पंत को जानकारी थी।

R. Sridhar ने MS Dhoni के संन्यास पर किया बड़ा खुलासा

दरअसल, पूर्व भारतीय कप्तान एमएस धोनी ने साल 2020 में अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर से संन्यास ले लिया था। लेकिन साल 2019 वर्ल्ड के सेमीफाइनल मैच के दौरान ही उन्होंने रिटारमेंट का प्लान बना लिया था। जिसको लेकर फील्डिंग कोच आर श्रीधर ने एक बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि कैसे धोनी ऋषभ पंत के साथ बातचीत में वास्तव में संकेत दिया था कि उन्होंने भारत के लिए अपना आखिरी मैच खेला। जिसके बाद पंत बाद में टीम में उनकी जगह विकेटकीपर बने।

श्रीधर ने ‘कोचिंग बियॉन्ड-माई डेज विद द इंडियन क्रिकेट टीम’ में खुलासा करते हुए यह बताया कि,

”मैं अब यह खुलासा कर सकता हूं कि कैसे धोनी ने अपनी रिटायरमेंट को लेकर संकेत दिए थे। मैनचेस्टर में न्यूजीलैंड के खिलाफ हमारे विश्व कप सेमीफाइनल में रिजर्व डे की सुबह मैं ब्रेकफास्ट हॉल पहुंचने वाला पहला व्यक्ति था। मैं अपनी कॉफी पी रहा था जब एमएस और ऋषभ अंदर आए। अपना सामान उठाया और मेरे टेबल पर बैठ गए।”

इसके साथ ही श्रीधर ने आगे बताया कि ऋषभ पंत ने एमएस धोनी से बाद में कहा कि, ”भैया, कुछ लड़के आज ही अकेले में लंदन जाने की योजना बना रहे हैं। क्या आप इंटरेस्टेड हैं? एमएस ने जवाब दिया, ”नहीं, मैं टीम के साथ अपनी आखिरी बस ड्राइव को मिस नहीं करना चाहता।” श्रीधर ने आगे बताया कि उन्होंने धोनी के सम्मान की वजह से इस बारे में किसी से यह बातचीत शेयर नहीं की। इस बारे में उन्होंने रवि, अरुण, यहां तक कि अपनी पत्नी से भी एक शब्द नहीं कहा।