साउथ अफ्रीका के युवा बल्लेबाज मैथ्यू ब्रीट्जके ने ऑस्ट्रेलिया दौरे में शानदार प्रदर्शन किया है। उन्होंने वनडे क्रिकेट में लगातार चार मैचों में पचास से ज्यादा रन बनाकर इतिहास रच दिया है। मैथ्यू ब्रीट्जके वनडे क्रिकेट इतिहास के पहले बल्लेबाज हैं जिन्होंने अपने करियर के पहले चार वनडे मैच में 4 बार फिफ्टी प्लस स्कोर बनाया है। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 88 रन की पारी खेलकर कई रिकॉर्ड्स तोड़े।
दक्षिण अफ्रीका के युवा बल्लेबाज मैथ्यू ब्रीट्जके ऑस्ट्रेलिया दौरे में शानदार प्रदर्शन कर सुर्खियों में छा गए हैं। टीम के मिडिल ऑर्डर के इस बल्लेबाज ने वनडे क्रिकेट में एक नायाब रिकॉर्ड बनाया।
लगातार चार मैचों में पचास से ज्यादा रन बनाकर मैथ्यू ब्रीट्जके ने इतिहास रच दिया है। ब्रीट्जके ने दूसरे वनडे मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 88 रन की पारी खेलकर कई रिकॉर्ड्स को तबाह किया।
Matthew Breetzke ने वनडे क्रिकेट में रचा इतिहास
दरअसल, मैथ्यू ब्रीट्जके (Matthew Breetzke) ने मैके में खेले जा रहे दूसरे वनडे मैच में शानदार अर्धशतक लगाया। इस अर्धशतक को लगाते ही उन्होंने वनडे क्रिकेट में वो मुकाम हासिल किया जो आज से पहले किसी खिलाड़ी ने नहीं हासिल किया। वनडे क्रिकेट इतिहास के मैथ्यू ब्रीट्जके पहले बल्लेबाज बने हैं, जिन्होंने अपने करियर के पहले चार वनडे मैच में 4 बार फिफ्टी प्लस स्कोर बनाया है।
दाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने 10 फरवरी को वनडे डेब्यू किया था। पाकिस्तान में उन्होंने पहला मैच खेला था और पहले ही मैच में उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ शतकीय पारी खेली थी। इसके बाद लगातार वह 4 बार फिफ्टी प्लस स्कोर बना चुके हैं।
बता दें कि साउथ अफ्रीका और आस्ट्रेलिया (South Africa vs Australia ODI)के बीच सीरीज का आगाज हुआ है तो इस सीरीज के पहले मैच में उन्होंने 57 रन बनाए थे। इसी सीरीज के दूसरे मैच में मैथ्यू ब्रीट्जके ने 50 से अधिक रन बना दिए। बैक टू बैक चार मैचों में वे ऐसा करने वाले दुनिया के पहले बल्लेबाज बन गए हैं।
नवजोत सिंह सिद्धू के रिकॉर्ड को तोड़ना चाहेंगे मैथ्यू
मैथ्यू ब्रीट्जके ने जो कारनामा किया है, ठीक ऐसा ही कमाल सबसे पहले भारत के ए नवजोत सिंह सिद्धू ने किया था। उन्होंने अपने वनडे करियर की शुरुआत में पहली चार पारियों में 50 से ज्यादा रन बनाए थे, लेकिन पहले दो मैच खेलने के बाद तीसरे मैच में सिद्धू की बैटिंग ही नहीं आई, इसलिए उनके पहले पांच मैच में 50 प्लस स्कोर आए।
उस हिसाब से अगर मैथ्यू आखिरी मैच में भी अर्धशतक जड़ देते हैं तो वह दुनिया में अपनी एक अलग छाप छोड़ देंगे।